मंगलवार, 10 जनवरी 2012

दागी फिर मैदान में

सत्यजीत चौधरी
 मिशन यूपी का आगाज हो चुका है। पार्टियों में दिन रात प्रत्याशियों के नामों पर अंतिम मुहर लगाने के लिए माथापच्ची चल रही है। कई पार्टियों ने अपनी चुनाव प्रत्याशियों की सूचियां जारी कर दी हैं। भले ही अन्ना हजारे लगातार भष्टाचार के खिलाफ आवाज बुलंद कर जनलोकपाल की बात कर रहे हों या फिर पार्टियों के बीच लोकपाल बिल को लेकर राजनीति चरम पर हो लेकिन एक बार फिर आपराधिक छवि के प्रत्याशी सभी  राजनीतिक पार्टियों के लिए प्रथम वरीयता पर दिखाई दे रहे हैं। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स के नेशनल इलेक्शन वॉच के सर्वेक्षण में कुछ ऐसी ही चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं। पार्टियों की ओर से जिन प्रत्याशियों के नामों को अंतिम रूप दिया गया है, उनमें 77 प्रतिशत प्रत्याशी आपराधिक छवि के हैं तो 38 प्रतिशत प्रत्याशियों के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले लंबित हैं।
    आगामी उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए विभिन्न राजनीतिक पार्टियों ने अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दिया है। उत्तरप्रदेश इलेक्शन वॉच और एनईडब्लू ने आगामी चुनावों में दोबारा चुनाव लडने वाले उम्मीदवारों की वित्तीय और आपराधिक पृष्ठभूमि के संक्षिप्त विशलेषण किया। यह विशलेषण आगामी चुनावों में दोबारा चुनाव लडने वाले उम्मीदवारों की  पृष्ठभूमि  का विवरण देता है। उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव 2012 के लिए भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और राष्टÑीय लोकदल के उम्मीदवारों की पहली सूची में ही आपराधिक प्रवृत्ति के नेताओं का बोलबाला है। सूची में भाजपा के 26, कांग्रेस के 26, सपा के 24 और रालोद के एक आपराधिक छवि वाले नेता को पार्टियों ने टिकट दिए हैं। (वर्ष 2007 चुनाव और बाद के शपथपत्रो  के आधार पर ) पार्टियों द्वारा अभी तक जारी उम्मीदवारों की सूची में उत्तरप्रदेश इलेक्शन वॉच और नेशनल इलेक्शन वॉच को आपराधिक  पृष्ठभूमि  के कुल 77 उम्मीदवार मिले हैं। भाजपा ने उत्तरप्रदेश 2012 चुनावों के लिए जिन 220 प्रत्याशी, कांग्रेस ने 215 प्रत्याशी, सपा ने 165 प्रत्याशी और रालोद ने 17 उम्मीदवारों की घोषणा की है। इस प्रकार यूपी में सर्वेक्षण के समय तक जारी हुई सूची में कुल 617 उम्मीदवार मैदान में आ चुके थे। नेशनल इलेक्शन वॉच ने इनमें से 248 उम्मीदवारों के शपथपत्रों का अध्य्यन किया है, जिसे उम्मीदवारों ने 2007 के चुनावों या 2009 के लोकसभा चुनावों के दौरान चुनाव आयोग को समर्पित किया था। 38 उम्मीदवारों के खिलाफ गंभीर अपराधों जैसे -हत्या, हत्या की कोशिश, डकैती, चोरी, अपहरण इत्यादि के मामले लंबित है जैसा कि उन्होंने पहले के शपथपत्रों में घोषित किया है। गंभीर आरोपों वाले उम्मीदवारों की सूची में भाजपा के 13, कांग्रेस के 13 और सपा के 12 उम्मीदवार हैं। भाजपा की ओर से भी सर्वेक्षण तक जारी 220 उम्मीदवारों की सूची में से 91 के रिकार्ड नेशनल इलेक्शन वॉच को मिल पाए हैं और उनमें 26 की आपराधिक पृष्ठ•ाूमि है। चुनावों के लिए कांग्रेस द्वारा घोषित 215 उम्मीदवारों में से 75 के शपथपत्र नेशनल इलेक्शन वॉच को मिले हैं जिनमें से 26 उम्मीदवारों की आपराधिक  पृष्ठभूमि है और 13 उम्मीदवारों के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले लंबित हैं। सर्वेक्षण तक सपा के घोषित 165 उम्मीदवारों में नेशनल इलेक्शन वॉच को 77 उम्मीदवारों द्वारा पिछले चुनावों में समर्पित शपथपत्र मिल सके हैं और उनमें 24 की आपराधिक  पृष्ठभूमि है। रालोद के द्वारा घोषित 17 उम्मीदवारों में से केवल पांच के शपथपत्रों का विशलेषण किया गया, जिनमे से केवल एक उम्मीदवार की आपराधिक  पृष्ठभूमि है । यूपीईडब्लू और एनईडब्लू ने पूरा विशलेषण इन उम्मीदवारों द्वारा 2007 विधानसभा चुनाव या 2009 लोकसभा चुनावो के दौरान चुनाव आयोग के पास समर्पित शपथपत्रों के आधार पर किया है। 

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