सोमवार, 30 जनवरी 2012

चारू चौधरी संभालेंगी जयंत के चुनाव की कमान

सत्यजीत चौधरी
 रालोद नेता और सांसद जयंत चौधरी के चुनाव लड़ने के ऐलान के साथ ही मथुरा की मांठ सीट एक वीआईपी सीट में तब्दील हो गई है। अब यह चुनाव रालोद के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है। सूत्र बताते हैं कि स्थानीय नेताओं के दबाव में भावुक होकर जयंत ने हां तो कर दी है, लेकिन कांग्रेस के साथ पहले से टाईअप कार्यक्रम के चलते जयंत को प्रदेश में कई विधानसभा क्षेत्रों में चुनावी सभाएं करनी हैं। ऐसे में वह मांठ में ज्यादा समय नहीं दे पाएं। मुश्किल से वह चार-पांच दिन ही मांठ में दे पाएंगे। चर्चा है कि इस स्थिति में जयंत की पत्नी श्रीमती चारू चौधरी पति की मदद में आगे आई हैं। वह पति के लिए वोट मांगेंगी। चारू मांठ विधानसभा क्षेत्र की महिलाओं के बीच प्रचार के साथ ही कार्यकर्ताओं की कमान भी संभालेंगी। 
       मांठ में जयंत का मुकाबला श्यामसुंदर शर्मा से होगा, जिनका इलाके में खासा दबदबा है। श्यामसुंदर छह बार से लगातार इस सीट से विधानसभा का चुनाव जीतते आ रहे हैं। यह बात दीगर है कि लोकसभा का चुनाव जयंत बड़े अंतर से श्यामसुंदर को हरा चुके हैं। खबर तो यह भी है कि जयंत के विधानसभा में जाने की स्थिति में चारू को मथुरा लोकसभा सीट से खड़ा किया जा सकता है। इस इलाके में महिलाओं के बीच जयंत चौधरी की पत्नी चारू मैडम के नाम से जानी जाती हैं। उन्होंने यहां महिला सशक्तिकरण के लिए काफी काम किया है और इलाके की महिला बिरादरी में उनकी बड़ी इज्जत है। ऐसे में मथुरा संसदीय सीट पर उनकी दावेदारी में काफी दम होगा। 
जहां तक जयंत चौधरी की मांट चुनाव में जीत की संभावना है, नए परिसीमन ने रालोद का रास्ता आसान कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक परिसीमन के बाद मांट में 45 हजार के आसपास जाट वोट और जुड़े है। जाहिर है चौधरी चरण सिंह का पौत्र चुनाव में खड़ा हो तो जाट वोट इधर-उधर भटकेंगे नहीं। जातिगत आंकड़े देखे जाएं तो वहां पर करीब एक लाख जाट मतदाता हैं और करीब 45 हजार ब्राह्मण वोटर हैं। कुल मतदाताओं की संख्या पौने तीन लाख के करीब है। 

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