गुरुवार, 12 जनवरी 2012

पैसा, शोहरत और अपराध में यूपी नंबर वन

सत्यजीत चौधरी
पैसा, शोहरत और अपराध, आज की राजनीति के यह तीन ऐसे चेहरे हैं जिनके बिना जनता के बीच नेता गुमनाम सा कहा जा सकता है। पांच राज्यों यूपी, उत्तराखंड, पंजाब, मणिपुर और गोवा में इस साल चुनाव होने जा रहे हैं। पांच राज्यों का चुनावी विश्लेषण किया है एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स और नेशनल इलेक्शन वाच ने। इस विश्लेषण में कई चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं। सबसे अहम बात यह है कि उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती, बाकी चार राज्यों के मुख्यमंत्रियों की अपेक्षा सबसे ज्यादा अमीर है। दूसरी बात यह सामने आई है कि अपराध के मामले में भी यूपी ही नंबर वन है। खास बात यह है कि यूपी के विधायक भी सबसे ज्यादा करोड़पति हैं। एडीआर की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती ही सबसे ऊपर आती हैं। मायावती की कुल संपत्ति 87.27 करोड़ रुपए है जबकि मणिपुर के मुख्यमंत्री आक्राम इबोबी सिंह की संपत्ति सबसे कम केवल छह लाख नौ हजार रुपए है।
करोड़पति विधायकों के औसत प्रशितता की बात करें तो पंजाब आगे निकलता है लेकिन संख्या की बात करें तो यूपी ही अव्वल है। उत्तर प्रदेश के 403 विधायकों में से सर्वाधिक 127 विधायक करोड़पति हैं।
पंजाब में 117 विधायकों में से 78 विधायक करोड़पति हैं। उत्तराखंड में 70 विधायकों में से केवल 11 विधायक करोड़पति हैं।
सबसे कम मणिपुर में 60 विधायकों में से केवल एक विधायक ही करोड़पति है। गोवा में 40 विधायकों में से 22 विधायक करोड़पति हैं।
अब अगर पांचों राज्यों में अपराधी विधायकों का विश्लेषण किया जाए तो यहां भी उत्तर प्रदेश नंबर वन पर आता है।
एडीआर की जानकारी के मुताबिक लंबित आपराधिक मुकदमों वाले सर्वाधिक 35 प्रतिशत और गंभीर आपराधिक मुकदमों वाले भी सर्वाधिक 19 प्रतिशत विधायक हैं।
इसके बाद दूसरे नंबर पर उत्तराखंड आता है। उत्तराखंड में सर्वाधिक लंबित आपराधिक मुकदमों वाले 24 प्रतिशत तो सर्वाधिक गंभीर आपराधिक मुकदमों वाले दस प्रतिशत हैं। पंजाब में लंबित आपराधिक मुकदमों वाले विधायक 17 प्रतिशत हैं जबकि गंभीर आपराधिक मुकदमों वाले केवल चार प्रतिशत विधायक हैं। मणिपुर में लंबित आपराधिक मुकदमों वाले केवल दो प्रतिशत और गंभीर आपराधिक मुकदमों वाले भी केवल दो प्रतिशत ही विधायक हैं।
गोवा में लंबित आपराधिक मुकदमों वाले 23 प्रतिशत विधायक हैं जबकि गंभीर आपराधिक मुकदमों वाला एक भी विधायक नहीं है।

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