गुरुवार, 23 फ़रवरी 2012

‘ओलंपिक 2012’ के लिए भारत का ‘ओपेक्स 2012’

सत्यजीत चौधरी
 लंदन में आयोजित होने जा रहे ओलंपिक खेलों के लिए इस बार भारत ने ज्यादा मजबूती के साथ मेडलों पर निशाना लगाने की योजना तैयार कर ली है। भारतीय खेल प्राधिकरण ने ओलंपिक में जाने वाले भारतीय खिलाड़ियों को निखारने से लेकर उन्हें लंदन तक पहुंचाने के लिए की जाने वाली तैयारी को ओपेक्स 2012 का नाम दिया है। खास बात यह है कि ओपेक्स यानी आपरेशन एक्सीलेंस फोर ओलंपिक के लिए सांई ने अपनी पूरी कार्ययोजना तैयार कर सरकार को भेज दी है। इस बार ओलंपिक की तैयारियों के मद्देनजर इस प्लान को बेस्ट माना जा रहा है।
ओलंपिक में भारत का परचम लहराने की स्पोटर्स अथॉरिटी आॅफ इंडिया की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। देश के कोने-कोने से उभारकर आई प्रतिभाओं को इस बार ओपेक्स 2012 के तहत ओलंपिक गेम्स के लिए तैयार किया जाएगा। खास बात यह है कि हाल ही में होने वाली एक विशेष बैठक में यह पूरी कार्ययोजना पर चर्चा भी होने जा रही है। माना जा रहा है कि सांई के इस प्रपोजल को केंद्र सरकार की ओर से हरी झंडी दे दी जाएगी। सांई की ओर से यह कार्ययोजना तैयार करने के लिए एक विशेष कमेटी का गठन किया गया था। कमेटी ने अपनी सिफारिशें सांई को भेज दी हैं, जिनके आधार पर सांई अब एक बैठक के बाद केंद्र सरकार को यह रिपोर्ट सौंपने जा रही है।

ओपेक्स में होंगे 16 खेल
सांई को मिली समिति की सिफारिशों के मुताबिक आॅपरेशन एक्सीलेंस फोर ओलंपिक 2012 में इस बार 16 खेलों को शामिल किया गया है। इसमें इनमें से दो खेलों जिमास्टिक और ताइक्वांडो में कोई भी खिलाड़ी इस बार ओलंपिक के लिए क्वालिफाई न करने की वजह से अलग कर दिया गया है। खास बात यह है कि ओपेक्स के तहत इन सभी खेलों से जुड़े ओलंपिक क्वालिफायर खिलाड़ियों को न केवल राष्टÑीय स्तर के शिविरों में खेल की बारीकियां सिखाई जाएंगी बल्कि अंतर्राष्टÑीय स्तर पर छा जाने के प्रति प्रेरित भी किया जाएगा। इसके लिए भी सांई ने अपने सालाना कैलेंडर में एलटीडीपी यानी लोंग टर्म ट्रेनिंग डेवलपमेंट प्रोग्राम की शुरुआत की है। हालांकि यह माना जा रहा है कि इस बार ओलंपिक में जिम्नास्टिक में कुछ खिलाड़ियों को वाइल्ड कार्ड से प्रवेश मिल सकता है। ओपेक्स के तहत शामिल किए गए 16 खेलों में तीरंदाजी, एथलेटिक्स, बैडमिंटन, बॉक्सिंगे, जिम्नास्टिक, हॉकी, जूडो, रोविंगे, शूटिंग, स्विमिंग, टेबल टेनिस, ताईक्वांडो, टेनिस, वेटलिफ्टिंग, रेसलिंग, याचिंग के अलावा पैरालंपिक खेलों में एथलेटिक्स, फेंसिंग, पावर लिफ्टिंग, शूटिंग और स्विमिंग शामिल किए गए हैं। गुरुवार को होने जा रही बैठक में सांई की ओर से ओलंपिक के लिए तैयार किया गया पूरा रोडमैप भी प्रदर्शित किया जाएगा।
अभी तक 29 का चयन
सांई की ओर से पेश होने वाली रिपोर्ट के मुताबिक अभी तक तीरंदाजी, एथलेटिक्स, बॉक्सिंग, शूटिंग और तैराकी में भारत के कुल 29 खिलाड़ियों ने क्वालिफाई कर लिया है। हालांकि अभी क्वालिफाइंग दौर जारी है और उम्मीद जताई जा रही है कि यह संख्या काफी ऊपर तक जाएगी। सांई की ओर से पेश होने जा रही रिपोर्ट में इसका भी जिक्र किया गया है।
115 करोड़ से ऊपर का खर्च
समिति की सिफारिशों के आधार पर सांई की ओर से जो ओपेक्स 2012 सरकार के सामने पेश होने जा रहा है, उस पूरे प्लान को कार्यान्वित करने में जो खर्च आ रहा है, उसकी जानकारी भी गुरुवार को होने जा रही बैठक में दी जाएगी। सांई के मुताबिक ओपेक्स 2012 के लिए दो योजनाओं के तहत पैसा जुटाया जाएगा। इसमें एक तो युवा खेल मंत्रालय की योजना नेशनल स्पोर्ट्स फेडरेशन और दूसरी नेशनल स्पोर्ट्स डेवलपमेंट फंड। सांई के मुताबिक निर्धारित तिथि तक ट्रेनिंग से लेकर तमाम मदों में कुल 115.50 करोड़ रुपए का खर्च अनुमानित है तो लंदन ओलंपिक तक समिति की लाइबलिटीज 43 करोड़ रुपए आंकी गई हैं। इस प्रकार अब यह माना जा रहा है कि सांई ने ओलंपिक भागीदारी के लिए जो रोडमैप तैयार किया है, अगर उस पर सरकार रजामंदी जाहिर कर देती है तो निश्चित तौर पर भारत का पलड़ा ओलंपिक में भारी नजर आएगा।

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