बुधवार, 27 जुलाई 2011

रब्बानी ने दिखाई खुशरंग 'हिना'

सत्यजीत चौधरी
 परवेज मुशर्रफ समेत अब तक भारत आए पाकिस्तान के अधिसंख्य नेता अपने साथ खार यानी कांटे लेकर आए। यह पहला मौका है, जब कोई पाकिस्तानी लीडर ने हिंदोस्तान की जमीन पर पैर रखने के बाद खार यानी कश्मीर का जिक्र नहीं किया। जी हां, बात हो रही पाकिस्तान की विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार की।

सोमवार, 25 जुलाई 2011

......... तो अजित सिंह सिर्फ तीन जिलो के नेता !

सत्यजीत चौधरी
     मिशन उत्तर प्रदेश के तहत जारी चुनावी तैयारियां में हर दिन नए-नए कयास पैदा हो रहे हैं। एक ओर कांग्रेस को वापसी के संकेत मिल रहे हैं तो दूसरी ओर रालोद भी  मुस्लिम वोट बैंक में सेंध लगाने की कोशिश कर रही है। इस बीच अब समाजवादी पार्टी ने भी  मिशन 2012 की तैयारियां जोर शोर से शुरू कर दी हैं। सपा के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने रालोद से किसी भी  प्रकार के गठबंधन को साफतौर पर नकार दिया है। वार्ता करते हुए उन्होंने साफ शब्दों में कह दिया है कि चौधरी अजित सिंह केवल तीन जिलों के नेता हैं। उनसे गठबंधन का सवाल ही पैदा नहीं होता है। वो अगर हमारी पार्टी में रालोद का विलय कर लें तो हम उन्हें जिला स्तर से राष्ट्रीय स्तर का नेता बना देंगे।

शुक्रवार, 22 जुलाई 2011

........तो सरकार कि नीति ने सबको छला

                                          सत्यजीत चौधरी 
  विकास के सुपर हाईवे पर जिस बदहवासी और बेतरतीबी से सरकार दौड़ रही थी, उसका यह अंजाम तो होना ही था। औने—पौने दाम पर काश्तकारों की जमीन ली गई, फिर लैंड यूज बदलकर बिल्डरों को सौंप दी गई। मजबूरन अदालतों को स्पीड ब्रेकर बनना पड़ा। नोएडा और ग्रेटर नोएडा में शासन द्वारा अधिग्रहीत कुछ भूखंडों पर हो रहे निर्माण कार्य पर कोर्ट ने रोक लगा दी है। इससे सरकार को तो कुछ नहीं बिगड़ा, लेकिन उन हजारों लोगों अरमान चकनाचूर हो गए, जो अपने आशियाने का ख्वाब पाले बैठे थे।  कई बड़े और छोटे बिल्डरों के पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई। आवासी प्रोजेक्ट्स में करोड़ों रुपए फंसा चुके बिल्डर्स से निवेशक पैसे वापस मांग रहे हैं। सबने सरकार की बेसिर-पैर की भूमि अधिग्रहण नीति का खामियाजा भूगता। नोएडा एक्सटेशन फ्लैट्स बायर एसोसिएशन के बैनर तले निवेशकों ने हाईकोर्ट की शरण ली है। दूसरी तरफ, प्राइवेट बिल्डर्स नोएडा अथॉरिटी, किसानों और सरकार को मनाने की कोशिश में लगे हैं। इसके साथ ही शुक्रवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने मायावती सरकार की मुश्किलें बढ़ाते हुए पिछले दस साल के दौरान समूचे प्रदेश में हुए भूमि अधिग्रहण का ब्योरा तलब कर लिया है।

गुरुवार, 21 जुलाई 2011

राहुल चले अब पूर्वी यूपी


-पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पैदल यात्रा कर किसानों के दिलों में जगह बनाने के बाद अब पूर्वी यूपी की बारी
-सुनेंगे किसानों का दुखड़ा, चंदौली में बिजली घर के लिए हो रहे अधिग्रहण पर भी  लेंगे जानकारी
सत्यजीत चौधरी
   पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अपनी कई दिन की पैदल यात्रा और फिर किसान महापंचायत करके माया सरकार को हिला देने वाले कांग्रेस युवराज अब पूर्वी उत्तर प्रदेश की ओर बढ़ रहे हैं। अपने अ•िायान की अगली कड़ी में राहुल पूर्वी यूपी के किसानों का दुख दर्द सुनेंगे और उनकी समस्याओं के समाधान के लिए प्रयास करेंगे।  राहुल की यह यात्रा गुरुवार से शुरू हो रही है और वह सबसे पहले पूर्वी उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में जा रहे हैं। इस दौरान वह वाराणसी के पास स्थित चंदौली में बिजलीघर को लेकर हो रहे अधिग्रहण की •ाी जानकारी लेंगे और किसानों के विरोध में आवाज से आवाज मिलाएंगे।

बुधवार, 20 जुलाई 2011

किसानों का दर्द, अब bhattaparsaul.com पर

-कांग्रेस के सात नेताओं ने मिलकर लांच की वेबसाइट bhattaparsaul.com
-भट्टा परसौल की जमीन अधिग्रहण के खिलाफ वर्चुअल जंग का ऐलान
-किसी भी  तरह से मामले को भूनाना चाहती है कांग्रेस, तेजी से जुड़ रहे हैं लोग
   सत्यजीत चौधरी, 
     25 मिलियन स्क्वायर मीटर की जमीन, उसकी उपज और उससे जुड़े किसानों से इतर विकास के नाम पर अधिग्रहण। किसानों का विरोध, लाठीचार्ज और गोलीबारी के बाद शुरू हुई राजनीति अब हर कदम आगे बढ़ती जा रही है। भले ही दूसरे राजनीतिक पार्टियों को किसानों के आंदोलन में ज्यादा रिस्पांस न मिला हो लेकिन कांग्रेस की ओर से लगातार इस मामले को भूनाने का काम किया जा रहा है। कांग्रेस के युवराज की पैदल यात्रा और किसान महापंचायत के बाद अब कांग्रेस के सात नेताओं ने भट्टा परसौल नाम की एक विशेष वेबसाइट लांच कर दी है।

.....तो हाईटेक हो चुके है आतंकियों के नेटवर्क !

सत्यजीत चौधरी, 
 मुंबई में हाल में हुए आतंकी हमलों के बाद रक्षा विशेषज्ञ, खुफियातंत्र के जानकार, सामाजिक विज्ञान के ज्ञाता और मीडिया एक सवाल बार-बार उठा रहे हैं कि आखिर कब तक देश ऐसे हमलों के जख्म झेलता रहेगा। देश के गुप्तचर ढांचे की क्षमता और काम—काज के तौर-तरीकों पर  उंगली उठ रही है। हर हमले के बाद बड़ी—बड़ी बातें होती हैं। राजनीति बयान दिए जाते हैं और फिर वक्त बीतने के साथ सब खुला दिया जाता है। 9/11 के हमलों के बाद अमेरिका ने खुद को इतना मजबूत कर लिया कि कोई भी  खूंरेजा का मंसूबा बनाने की जुर्रत नहीं कर सका।

आरक्षित वर्ग के लिए नौकरियों की बहार

-आरक्षित वर्ग में मार्च 2012 तक विभिन्न विभागों में भरे जाएंगे 57 हजार 947 पद
                                                         सत्यजीत चौधरी
   आप नौकरी के लिए निरंतर प्रयास कर रहे हैं तो अब किस्मत आपका साथ दे सकती है। केंद्र सरकार अब आरक्षित पदों के लिए विशेष तौर पर भियान चलाकर वि•िान्न वि•ाागों के विभिन्न पदों को भरने जा रही है। सरकार ने इस अभियान के तहत होने वाली भर्तियों के लिए सभी  विभागों को निर्देश •ाी जारी कर दिए हैं। मान जा रहा है कि इससे एक ओर जहां रोजगार की अपार सं•ाावनाएं होंगी तो दूसरी ओर कर्मचारियों की कमी से भी  मुक्ति मिल सकेगी।

शनिवार, 16 जुलाई 2011

ई- बीमा योजना से होगी राह आसान

सत्यजीत चौधरी, 
    आप अपना या किसी  भी परिजन का बीमा कराने के लिए जाते हों या फिर बीमा की राशि पाने के लिए, हर बार लंबी और थकाऊ कागजी प्रक्रिया से आपका वास्ता पड़ना लाजिमी है। बीमा कंपनियों की मनमानी के चलते तो यह प्रक्रिया और  भी मुश्किलें बढ़ा देती है। ऐसे में न केवल आप कम समय में बीमा के लिए पात्र हो सकते हैं और न ही कम समय में जरूरत के मुताबिक पैसा प्राप्त कर सकते हैं। इन स•ाी मुश्किलात से निजात दिलाने के लिए अब इंश्योरेंस रेगुलरिटी अथारिटी आफ इंडिया की ओर से नई नियमावली तैयार कर ली गई है। इसके मुताबिक सभी बीमा कंपनियों को नए दिशा निर्देश  भी जारी कर दिए गए हैं।

शुक्रवार, 15 जुलाई 2011

हाल ऐ कृषि मंत्री : खेती बाड़ी पर नजर या तो दिल्ली से या फिर मुंबई से

सत्यजीत चौधरी
   सरकार आप के द्वार जैसे नारे उछालने वाली सरकारों के मंत्री आम जनता के दुख—दर्द से कितने जुड़े होते हैं, इसके खुलासा आरटीआई के तहत कृषि मंत्रालय से पूछे गए एक सवाल से हुआ है। एक आरटीआई एक्टिविस्ट ने कृषि मंत्री शरद पवार के दिल्ली से बाहर किए गए दौरों के बारे में पूछा था, जिसका मंत्रालय ने गोलमोल जवाब भेजा है।
     सवाल था कि केंद्रीय कृषि मंत्री ने पिछले एक साल के भीतर कितने आधिकारिक दौरे किए। नई दिल्ली स्थित कृषि भवन में पदस्थ डायरेक्टर (पॉलिसी) एंड एपीलेट अथॉरिटी डॉ. एम. सुब्रायन ने जो जवाब विवणिका समेत आरटीआई एक्टिविस्ट शैलेंद्र सिंह को भेजा है, वह इस तरह है—केंद्रीय कृषि मंत्री ने दिनांक 24 जनवरी, 2010 को कृषि विश्वविद्याल, पुणे एवं दिनांक पांच जून, 2011 को राहुरी कृषि विश्वविद्यालय, अहमदनगर का दौरा किया। हालांकि, अपने विभन्न कायक्रमों के दौरान व कृषि से संबंधित संस्थानों/महाविद्यालयों का भी  दौरा किया, जिनका रिकार्ड सामान्यत: नहीं रखा जाता है। अपने विभिन्न कार्यक्रमों के दौरान केंद्रीय कृषि मंत्री ने देश के विभिन्न गांवों का भी दौरा किया, जिनका रिकार्ड सामान्यत: नहीं रखा जाता।

बुधवार, 13 जुलाई 2011

कई फेर है इस फेरबदल मे ......

सत्यजीत चौधरी
    प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने मंगलवार को आखिर बहुप्रतीक्षित कैबिनेट फेरबदल कर ही दिया। अलग—अलग वजहों से टलते आ रहे इस बदलाव में कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी की छाप और यूपी में अगले साल प्रस्तावित विधानस•ाा चुनाव का असर साफ देखा जा रहा है। तीसरी बड़ी खासियत जो दिखी, वह थी गठबंधन धर्म का निर्वहन। ताजा फेरबदल से मनमोहन की टीम में तीन नए कैबिनेट मंत्री, चार स्वतंत्र राज्य मंत्री और पांच राज्य मंत्री शामिल किए गए हैं। शाम को राष्टÑपति डॉ. प्रति•ाा पाटिल ने स•ाी मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।

रविवार, 10 जुलाई 2011

यमुना एक्सप्रेस वे पर आशंकाओं के बादल

सत्यजीत चौधरी
तीस दिसम्बर, 2011 की तारीख पर सबकी आंखें अटकी हुई है। सियासी झंझावात और अदालती चक्करों में  फंसे उत्तर प्रदेश के यमुना एक्सप्रेस—वे पर औपचारिक रूप से आवाजाही शुरू करने की यही तिति निर्धारित की गई है।
उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती और इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट के योजनाकार जेपी ग्रुप इस आशंका से परेशान हैं कि जिस तरह से कांग्रेस एक्सप्रेस—वे को लेकर चालें चल रही है और पार्टी महासचिव राहुल गांधी •ाट्टा पारसौल से लेकर अलीगढ़ तक परेड कर रहे हैं, यह मामला किसी बड़े अदालती पचड़े में पड़ जाए। ग्रेटर नोएडा एक्सटेंशन पर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद तो परियोजना से जुड़ी हर पार्टी सहमी हुई है।

सफल रहा राहुल का मानसून धमाका

                                                        सत्यजीत चौधरी
9 JULY-11
   कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी की •ाट्टा पारसौल टू नुमाइश मैदान की चुस्त-दुरुस्त स्क्रिप्ट मानसून धमाका साबित हुई। एयरकंडीशर्स की ठंडक से दूर गांवों की उमस •ारी आबोहवा में कई दिन बिताने के बाद राहुल ने पार्टी के लिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश में एक पुख्ता आधार तैयार किया है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि दिग्विजय सिंह और रीता बहुगुणा जोशी की टीम कैसे इस पॉलिटिकल माइलेज पर कार्यकर्ताओं को दौड़ाते हैं। किसान महापंचायत में जिस प्रकार किसानों ने राहुल के प्रति अपना श्रद्धा •ााव प्रकट किया है, वह कहीं न कहीं कांग्रेस के हक में एक मील का पत्थर साबित हो सकता है।

शुक्रवार, 8 जुलाई 2011

राज्यों की गुटबाजी, केंद्रीय नेतृत्व पर भारी

सत्यजीत चौधरी, 
  भारतीय जनता पार्टी अब चाहकर •ाी अपने उसूलों पर आगे नहीं बढ़ पा रही है। पार्टी के देश•ार में शासित प्रदेशों में ही नेताओं की आपसी गुटबाजी पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व पर बुरा असर डाल रही है। इससे एक ओर जहां पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में मायूसी है तो वहीं नितिन गडकरी अब इस मामले से निपटने की कवायद में जुट गए हैं। इस कड़ी में पिछले दिनों उन्होंने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री निशंक से •ाी मुलाकात की। 

गुरुवार, 7 जुलाई 2011

कानून के हाथ बहुत लंबे होते हैं

-टेलीकॉम घोटाले में लगातार खुल रही है सीबीआई की दोषियों की फेहरिस्त

सत्यजीत चौधरी, 
     कानून के हाथ बहुत लंबे होते हैं, यह फिल्म का डायलाग टेलीकॉम घोटाले के मामले में काफी हद तक चरितार्थ होता दिखाई दे रहा है। टेलीकॉम घोटाला हुआ, किसी को •ानक नहीं लगी लेकिन जब सीबीआई के पास जांच गई तो हर दिन एक नया खुलासा सामने आ रहा है। हाल में कपड़ा मंत्री दयानिधी मारन को •ाी सीबीआई प्रथम दृष्टया दोषी मानकर चल रही है। इस बीच इस महा घोटाले में जेल की हवा खाने वालों की संख्या बढ़कर 11 से ऊपर पहुंच चुकी है। सीबीआई की क्राइम लिस्ट तेजी से खुल रही है और तेजी से ही कानून दोषियों को सलाखों के पीछे •ाी •ोज रहा है। यह एक ओर जहां •ा्रष्टाचार पर हथौड़े का काम कर रहा है तो दूसरी ओर देश की आम जनता के सामने •ाी एक नजीर बन रहा है कि कानून के हाथ बहुत लंबे होते हैं।

मंगलवार, 5 जुलाई 2011

‘गांधी यात्रा’ पर माया का पहरा

     कांग्रेस युवराज की गांधी यात्रा पर मायावती ने अपना पहरा बैठा दिया है। सरकार की ओर से बुधवार को होने वाली यात्रा पर पैनी नजर रखते हुए जिन गांवों में राहुल गांधी गए, वहां पीएसी तैनात करा दी गई। ग्रेटर नोएडा के •ाट्टा गांव से अपनी यात्रा का श्रीगणेश करने वाले राहुल गांधी ने बुधवार को कहा कि वह किसानों के हक में मायावती सरकार पर पूरा दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं ताकि सरकार किसानों के हक में कुछ कदम चले।