बुधवार, 7 सितंबर 2011

तिहाड़ जेल बना नेताओं का ठिकाना

                                                         सत्यजीत चौधरी, 
   कभी बड़े और खूंखार किस्म के अपराधियों का ठिकाना कहलाने वाली तिहाड़ जेल में अब नेताओं का भी आना जाना शुरू हो गया है। इसकी शुरुआत भले ही कलमाड़ी और राजा ने की हो, लेकिन इसके बाद से यह सिलसिला ऐसा चला कि नेता भी अपराधों के आरोप में तिहाड़ भेजे जा रहे हैं। ताजा वाकया सपा के पूर्व महासचिव व राज्यसभा सांसद अमर सिंह का है। अमर को भी अब कैश फोर वोट कांड के आरोप में 14 दिन की न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल भेज दिया गया है। अब अमर सिंह को जेल की सेल नंबर एक में पूर्व संचार मंत्री ए राजा के साथ रखा जाएगा।
   अमर सिंह को पॉलिटिकल और मैनेजमेंट गुरू के तौर पर भी जाना जाता है। कभी किसी पार्टी पर आए संकट के मामले में अमर सिंह हमेशा खेवनहार की भूमिका के तौर पर सामने आते रहे हैं।
भारत-अमेरिका के बीच होने वाले परमाणु करार के बीच संसद में हुई वोटिंग में जब नोटों की गड्डियां लहराई गई थी तो किसी को दूर तक भी इस बात का अंदाजा नहीं था कि इसके पीछे इस पॉलिटिकल मैनेजमेंट गुरू का हाथ भी हो सकता है।
   मामला धीरे-धीरे बढ़ता गया और वक्त व दिल्ली पुलिस ने फाइलों में धीमी प्रक्रिया के हवाले कर दिया। बाद में जब कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को फटकार लगाई तो केस खुलता चला गया। शक की सुई जैसे ही आगे बढ़ी तो आंच अमर सिंह तक पहुंच गई। हमेशा से ही खुद को पाक साफ बताने वाले अमर सिंह पर शकिंजा कसता जा रहा है। दिल्ली पुलिस की छानबीन में यह बात साफ हो गई है कि अमर सिंह पर लगाए गए आरोप कम नहीं हैं। हालांकि अभी यह आरोप पूरी तरह से साबित नहीं हुए हैं, लेकिन फिलहाल अमर सिंह का जेल जाना एक नई शुरुआत माना जा रहा है। कोर्ट ने फिलहाल अमर को 19 सितंबर तक के लिए जेल भेज दिया है। तिहाड़ जेल में अमर सिंह को ठिकाना भी पूर्व संचार मंत्री ए राजा के साथ बनाया गया है।

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