शुक्रवार, 16 सितंबर 2011

नो फ्लाई जोन में तब्दील हो जाएगा नोएडा

सत्यजीत चौधरी, 
                           फ़ॉर्मूला वन रेस में दुनिया की नामचीन हस्तियां होंगी शामिल 
 फ़ॉर्मूला वन ग्रैंड प्रिक्स के दौरान सुरक्षा को लेकर कवायद तेज हो गई है। हाल में दिल्ली हाईकोर्ट बम ब्लास्ट के बाद ग्रेटर नोएडा प्रशासन के साथ-साथ राज्य सरकार के हाथ-पांव फूले हुए हैं। वजह साफ है, इस आयोजन में दुनिया के कई नामचीन हस्तियां शामिल होंगी। इस रोमांच को देखने के लिए राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री भी आ सकते हैं। सचिन तेंदुलकर का आना पक्का है। माइकल शुमाकर के भी आने की चर्चा है। कई केंद्रीय मंत्री और दूसरे राज्यों के बड़े नेता भी देश में पहली बार होने जा रही इस रेस को देखने के लोभ से शायद ही बच पाएं। इसके अलावा हजारों देशी-विदेशी मेहमान इस शो की रौनक बढ़ाएंगे।
   दरअसल पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों को एक साथ कई कोणों पर काम करना पड़ रहा है। आतंकी खुराफात की आशंका तो है ही, दीगर खतरे भी कम नहीं हैं। इस इलाके के किसान भी बखेड़ा खड़ा कर सकते हैं। जाट आरक्षण की मांग कर रहे संगठनों में से कोई व्यवधान डाल सकता है। फेडरेशन इंटरनेशनॉले डी ऑटमोबाइल (एफआईए) प्रमुख बर्नी एक्लेस्टन, सेबेस्टियन वेप्तेल समेत हर टीम, ड्राइवर और प्रमुख देशी-विदेशी हस्तियों को जेपी ग्रींस स्पा रिसॉर्ट में ठहराने की व्यवस्था की जा रही है। मेहमानों को रिसॉर्ट से लाने और सुरक्षित पहुंचाने का सिरदर्द अलग रहेगा। 28 अक्टूबर से 30 अक्टूबर तक के तीन दिन के आयोजन के दौरान ग्रेटर नोएडा को नो फ्लाई जोन में तब्दील कर दिया जाएगा। इसके लिए प्रशासन सिविल एवेशियन मिनिस्ट्री और वायुसेना के साथ चर्चा कर रहा है। गौरतलब है कि अमेरिका पर 9/11 को हुए आतंकी हमले से सबक लेते हुए सभी देशों में विशेष स्थानों और आयोजनों पर नो फ्लाई जोन का इस्तेमाल किया जाने लगा है। आयोजन मंडल से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पहली आईजीपी के ग्रांड गाला उद्घाटन समारोह में बीआईसी पर राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, कई राज्यों के मुख्यमंत्री और देश-विदेश की मशहूर हस्तियों के मौजूद रहने की उम्मीद है। पुलिस की व्यवस्था भी चाक-चौबंद होगी। बम निरोधक दस्तों के अलावा एंटी सेबोटाज चेक्स भी तैनात रहेंगे। इवेंट के दौरान स्थानीय किसान नेताओं पर प्रशासन की कड़ी नजर रहेगी।

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