बुधवार, 14 सितंबर 2011

फार्मूला वन रेस ट्रैक पर कबड्डी !

सत्यजीत चौधरी
   फार्मूला वन रेस के लिए अधिग्रहित की गई भूमि पर अब चमचमाती सड़कें और निर्माण देखकर गांव के गरीब किसानों के जख्मों पर नमक छिड़का जा रहा है। अपने इस दर्द को दूर करने के लिए अब किसान आंदोलन करने को तैयार हैं। किसानों ने अब रेसिंग ट्रैक पर ही कुश्ती व कबड्डी कराने का निर्णय लिया है। अखिल भारतीय किसान सभा की जिला मंत्री परिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया है।

 विकास प्राधिकरण ने औने पौने दामों पर गरीब किसानों की जमीनों का अधिग्रहण कर जिस फार्मूला वन रेस ट्रेक को तैयार किया है, उस पर अब किसानों में रोष बढ़ गया है। लंबे समय से अपने हक की लड़ाई लड़ रहे किसान अब हर हद से गुजरने को तैयार हैं। जिलाध्यक्ष नत्थीराम शर्मा ने कहा कि प्राधिकरण ने किसानों की जमीन का अधिग्रहण कर लिया है। किसी भी गांव में खेल का मैदान तक नहीं छोड़ा गया है, जबकि इस जिले में अनेक प्रतिकाए हैं, जिन्होंने खेल के क्षेत्र में उपलब्धियां हासिल की हैं। यहां खेल की सुविधाओं के नाम पर जिले में फार्मूला वन रेस के नाम पर कारों की रेस होगी। क्या जिले में नौजवानों की भावनाओं का भी ख्याल रखा जाएगा। इसलिए किसान सभा को गांव-गांव खेल का मैदान, शिक्षा व रोजगार के सवाल पर आंदोलन शुरू करना पड़ रहा है। 29 अक्टूबर से यमुना एक्सप्रेस वे के किनारे जेपी स्पोर्ट्स में फार्मूला वन रेस आयोजित होगी। इसी दिन पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ, मुरादाबाद, अलीगढ़ व आगरा मंडल के जिलों के किसानों व नौजवानों का कबड्डी, क्रिकेट, कुश्ती व दौड़ का आयोजन इसी ट्रैक पर होगा। ताकि विकास के नाम पर इस आयोजन के आने वाले दूसरे देशों के लोग देश के युवाओं की हकीकत जान लें। कबड्डी, कुश्ती व अन्य खेल के लिए जिले स्तर पर रजिस्ट्रेशन कराया जा रहा है। खिलाड़ियों व दर्शकों के लिए रहने, भोजन की व्यवस्था की जा रही है। दो अक्टूबर से निमंत्रण भेजने का कार्य शुरू किया जाएगा।

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