सोमवार, 25 जुलाई 2011

......... तो अजित सिंह सिर्फ तीन जिलो के नेता !

सत्यजीत चौधरी
     मिशन उत्तर प्रदेश के तहत जारी चुनावी तैयारियां में हर दिन नए-नए कयास पैदा हो रहे हैं। एक ओर कांग्रेस को वापसी के संकेत मिल रहे हैं तो दूसरी ओर रालोद भी  मुस्लिम वोट बैंक में सेंध लगाने की कोशिश कर रही है। इस बीच अब समाजवादी पार्टी ने भी  मिशन 2012 की तैयारियां जोर शोर से शुरू कर दी हैं। सपा के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने रालोद से किसी भी  प्रकार के गठबंधन को साफतौर पर नकार दिया है। वार्ता करते हुए उन्होंने साफ शब्दों में कह दिया है कि चौधरी अजित सिंह केवल तीन जिलों के नेता हैं। उनसे गठबंधन का सवाल ही पैदा नहीं होता है। वो अगर हमारी पार्टी में रालोद का विलय कर लें तो हम उन्हें जिला स्तर से राष्ट्रीय स्तर का नेता बना देंगे।
   समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने कहा कि चौधरी चरण सिंह के समाजवाद से जुड़े तमाम लोग पहले ही हमारे साथ हैं। ऐसे में केवल तीन जिलों में समाजवाद के नाम पर राजनीति करने वाले चौधरी अजित सिंह के साथ आगामी चुनाव में गठबंधन का सवाल ही पैदा नहीं होता है। इसके साथ ही उन हवाओं पर भी  विराम लग गया है, जिसके तहत माना जा रहा था कि कांग्रेस, सपा और रालोद मिलकर मायावी राज को खत्म कर देंगे। मुलायम सिंह ने कहा कि अगर चौ. अजित सिंह चाहें तो हमारे साथ अपनी पार्टी का विलय करके राष्ट्रीय स्तर के नेता बन सकते हैं। उन्होंने एक बार फिर मुस्लिम वोट कार्ड खेलने की कवायद शुरू कर दी है। अपने वकतव्य में सपा मुखिया ने कहा कि कांग्रेस पार्टी वोट के लिए मुसलमानों के करीब होने का दावा करती है, जबकि हकीकत यह है कि कांग्रेस और उसके नेताओं ने कभी  भी मुसलमानों का भला नहीं किया है।
    कांग्रेस और भाजपा को निशाना बनाते हुए सपा प्रमुख ने कहा कि सच्चर कमेटी के बाद कांग्रेस ने घोषणाएं तो बहुत की लेकिन कार्य कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा कि केंद्र में कांग्रेस मुसलमानों की हिमायत से सत्ता में है लेकिन आज तक उनके हित की नहीं सोची। उन्होंने कहा कि भाजपा और कांग्रेस एक ही सिक्के के दो पहूल हेँ। दोनों पार्टियां मुसलमानों का आर्थिक और शैक्षिक विकास न तो होने देना चाहती है और न ही कोई योजना तैयार करना चाहती है। उन्होंने सवाल किया कि देश के मुसलमानों के साथ अत्याचार और सौतेला व्यवहार क्यों हो रहा है, इसका जवाब कांग्रेस दे, जबकि देश की आजादी में मुसलमानों का बड़ा योगदान रहा है। उन्होंने अपनी पार्टी की ओर से मुंबई के फैज उस्मानी की हत्या की घोर निंदा की। इसके साथ ही कहा कि वह मानते हैं कि मुंबई पुलिस ने फैज की हत्या की है। सपा ने यह मांग की है कि क्रांइम ब्रांच की उस टीम के खिलाफ जो फैज को उसके घर से उठाकर लाई थी, के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करके फौरन गिरफ्तार किया जाए। इसके अलावा उस्मानी की हत्या की निष्पक्ष जांच मानवाधिकार आयोग की हाईपावर टीम से कराई जाए।

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