रविवार, 10 जुलाई 2011

सफल रहा राहुल का मानसून धमाका

                                                        सत्यजीत चौधरी
9 JULY-11
   कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी की •ाट्टा पारसौल टू नुमाइश मैदान की चुस्त-दुरुस्त स्क्रिप्ट मानसून धमाका साबित हुई। एयरकंडीशर्स की ठंडक से दूर गांवों की उमस •ारी आबोहवा में कई दिन बिताने के बाद राहुल ने पार्टी के लिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश में एक पुख्ता आधार तैयार किया है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि दिग्विजय सिंह और रीता बहुगुणा जोशी की टीम कैसे इस पॉलिटिकल माइलेज पर कार्यकर्ताओं को दौड़ाते हैं। किसान महापंचायत में जिस प्रकार किसानों ने राहुल के प्रति अपना श्रद्धा •ााव प्रकट किया है, वह कहीं न कहीं कांग्रेस के हक में एक मील का पत्थर साबित हो सकता है।

      मध्य जुलाई की घुटन •ारी गर्मी में राहुल ने कीचड़ •ारे कच्चे और उबड़-खाबड़ रास्तों पर चलकर नींद में मदहोश कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के लिए आदर्श पेश किया है। जब जनता से सीधे संवाद के लिए कांग्रेस का महासचिव गांव की धूल फांक सकता है तो नेता और कार्यकर्ता क्यों नहीं ऐसा कर सकते हैं। मिशन-2012 को हकीकत में बदलने की राहुल गांधी की इस जुगत में देश•ार के किसानों को जोड़ने की कवायद छिपी है। सूत्रों के मुताबिक इस महापंचायत में नए •ाूमि अधिग्रहण का जो मसविदा तैयार किया जाएगा, उसे दिल्ली लौटकर राहुल कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को सौंपेगे। सोनिया गांधी  की अध्यक्षता वाली राष्टÑीय सलाहकार परिषद ने •ाूमि अधिग्रहण को लेकर जो रिपोर्ट तैयार की है, उसकी सिफारिशों को तो सरकार के संशोधित मसविदे में शामिल किया जाएगा ही, किसानों के सुझावों पर •ाी सरकार गौर करेगी। अगर प्रस्तावित •ाूमि अधिग्रहण विधेयक में महापंचायत के सुझाव शामिल किये जाते हैं और उसी के आधार पर कानून की रूप—रेखा तैयार होती है तो इससे कांग्रेस के पक्ष में एक राष्टÑीय संदेश जाएगा। कार्यक्रम की शुरुआत में सबसे पहले साढ़े दस बजे के करीब कांग्रेस के नेता दिज्विजय सिंह और प्रमोद तिवारी आए। ऊपर आंख उठाकर मौसम का जायजा लिया और एक सुकून महसूस करते हुए •ाीड़ का अ•िावादन स्वीकार किया। दुर्•ााज्य से पांच मिनट बाद जबर्दस्त बारिश होने लगी तो मौके पर बैठे किसानों की •ाीड़ में हलचल पैदा हो गई। बारिश हल्की हुई तो दिज्विजय सिंह और प्रमोद तिवारी ने किसान संघर्ष समिति के सदस्यों से मुलाकात की। इस मौके पर संयोजक चौधरी बिजेंद्र सिंह, उत्तर प्रदेश कांग्रेस प्र•ाारी परवेज हाशमी •ाी साथ दिखाई दिए। हालांकि मानसून की बारिश ने मैदान में जबर्दस्त कीचड़ पैदा कर दिया लेकिन किसानों की •ाीड़ बता रही थी कि वह बदलाव चाहते हैं। हर आवाज उठ रही थी कि किसानों की समस्या को हमारे नेताओं को समझना ही होगा ताकि किसान और उनकी खेती सुरक्षित रह सके। खास बात यह है कि किसानों में अब कांग्रेस के युवराज की चार दिन की पैदल यात्रा के बाद एक •ारोसा पैदा हो गया है। दर्द्र से कराह रहे किसान अब समझ रहे हैं कि जब तक प्रदेश में बदलाव नहीं होगा, तब तक उनका ईलाज नहीं होगा। विपक्षियों की लाख कवायदों के बावजूद मौके पर किसानों की लाखों की संख्या इकट्ठा हुई और सबने राहुल की बातों में हां में हां मिलाते हुए आगे एकजुट होने का आहवान किया। राहुल की चार दिन की कठिन तपस्या के बाद जो परिणाम देखने को मिल रहे हैं, उनसे यह कहा जा सकता है कि राहुल का मानसून धमाका सफल हो गया है।

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