गुरुवार, 21 जुलाई 2011

राहुल चले अब पूर्वी यूपी


-पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पैदल यात्रा कर किसानों के दिलों में जगह बनाने के बाद अब पूर्वी यूपी की बारी
-सुनेंगे किसानों का दुखड़ा, चंदौली में बिजली घर के लिए हो रहे अधिग्रहण पर भी  लेंगे जानकारी
सत्यजीत चौधरी
   पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अपनी कई दिन की पैदल यात्रा और फिर किसान महापंचायत करके माया सरकार को हिला देने वाले कांग्रेस युवराज अब पूर्वी उत्तर प्रदेश की ओर बढ़ रहे हैं। अपने अ•िायान की अगली कड़ी में राहुल पूर्वी यूपी के किसानों का दुख दर्द सुनेंगे और उनकी समस्याओं के समाधान के लिए प्रयास करेंगे।  राहुल की यह यात्रा गुरुवार से शुरू हो रही है और वह सबसे पहले पूर्वी उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में जा रहे हैं। इस दौरान वह वाराणसी के पास स्थित चंदौली में बिजलीघर को लेकर हो रहे अधिग्रहण की •ाी जानकारी लेंगे और किसानों के विरोध में आवाज से आवाज मिलाएंगे।

     भूमि अधिग्रहण को लेकर उत्तर प्रदेश के किसानों में पनप रहे रोष के बीच कांग्रेस हर हाल में इस मौके को वोटबैंक में तब्दील कर लेना चाहती है। इस कड़ी में कांग्रेस के महासचिव राहुल गांधी अब इस काम में बेहद तल्लीनता से लगे हुए हैं। इस कड़ी में वह अब वेस्ट यूपी के बाद पूर्वी यूपी का दौरा गुरुवार से शुरू करने जा रहे हैं। इस दौरान वह वाराणसी की उस जमीन और वहां के किसानों का दर्द भी  जानेंगे, जहां अधिग्रहण के खिलाफ किसान आत्महत्या तक की धमकी दे चुके हैं। नोएडा और ग्रेटर नोएडा में खेती की जमीन का जबरन अधिग्रहण करके उसे वन निर्माताओं को देने के खिलाफ इलाहाबाद उच्च न्यायालय अपना कठोर रुख दिखा चुका है। उच्च न्यायालय ने मंगलवार को ग्रेटर नोएडा के पटवारी गांव की 589 हेक्टेयर जमीन के अधिग्रहण को रद्द कर दिया है। अदालत के निर्णय से उत्साहित राहुल गांधी ने अब पूर्वी उत्तर प्रदेश का रुख किया है। प्रदेश कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक गांधी कल सुबह गोरखपुर पहुंचेंगे और युवा कांग्रेस के एक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। गोरखपुर व आसपास के जिलों कुशीनगर और महाराजगंज में भी  वह सड़क मार्ग से किसानों सें मिलेंगे।
     कांग्रेस सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक कांग्रेस के युवराज किसानों से जुड़ी तमामतर समस्याओं को लेकर पूर्वी उत्तर प्रदेश का दौरा कर रहे हैं। इस दौरे के दौरान नया भूमि अधिग्रहण अधिनियम में काफी अहम मुद्दा होगा। अपने दौरे में वह रात्रि विश्राम भी  किसी किसान के घर ही करेंगे। किसानों और गांव में मजदूरों को वह महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम के बारे में भी  बताएंगे। इसके अलावा वह समाज में दूसरे वर्गों और कार्यकर्र्ताओं की समस्याओं को भी  सुनने के साथ ही अपने स्तर से उनके समाधान का प्रयास करेंगे। इससे पहले कांग्रेस बनारस में अपना 86वां राज्य स्तरीय सम्मेलन भी  आयोजित करा चुकी है।  माना जा रहा है कि राहुल गांधी का अब पूर्वी उत्तर प्रदेश की ओर रुख करना माया सरकार के लिए एक और सिरदर्द साबित होने जा रहा है। 

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